Sunday, June 27, 2010

सांसद और विधायको के वेतन भत्ते हमेसा बढ़ने पर जनता की तीखी प्रतिक्रिया

महँगाई बढ़ने के साथ ही दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के सांसदों ने बेहतर वेतन पैकेज की माँग शुरू कर दी है।
संसद की एक स्थायी समिति ने सांसदों का मासिक वेतन 16000 रुपए से बढ़ाकर 80001 रुपए करने का सिफारिश की है एवं सांसदों के लिए 34 मुफ्त विमान यात्राओं की सिफारिश भी शामिल है इसे
संसदीय मामलों के मंत्री पीके बंसल ने कुछ भी गलत नहीं बताया उन्होंने सांसदों के वेतन और भत्तों में कितनी वृद्धि की जाए, इस बारे में अभी कुछ तय नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि इसे जल्द ही मंत्रिमंडल में रखा जाएगा ताकि अगले माह शुरू हो रहे संसद के सत्र में इस बारे में एक विधेयक लाया जा सके। इस वक्त संसद के 795 सांसदों के वेतन में अंतिम वृद्धि करीब दस साल पहले की गई थी। इनमें 545 सांसद लोकसभा के और 250 राज्यसभा के हैं।
कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि यह सांसदों के लिए बुनियादी सहयोग के स्तर में वृद्धि करने का मजबूत मामला है। ऐसा होने पर सांसदों को संसद में अपने दायित्व का कारगर तरीके से निर्वाह करने में और निर्वाचन क्षेत्रों में जनता की इच्छाओं को पूरा करने में मदद मिलेगी।
पिछली लोकसभा में भी तत्कालीन अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने वेतन वृद्धि के मामले पर विचार के लिए वेतन आयोग जैसी संस्थागत प्रक्रिया के पक्ष में राय दी थी।
एक सांसद ने कहा कि समीपवर्ती श्रीलंका में सांसदों को एक शानदार कार मिलती है, जिसे वे अपने कार्यकाल की समाप्ति पर कम मूल्य में खरीद सकते हैं।एक सांसद ने कहा कि अमेरिका में एक सीनेटर अपने स्टाफ में 18 कर्मचारी रख सकता है, जबकि भारत में एक सांसद का साचिवीय भत्ता (सेक्रेटेरियल अलाउंस) केवल 20000 रुपए है। इस राशि में कंप्यूटर जानने वाले स्टाफ को रख पाना संभव नहीं है। हलाकि भारत में सांसदों को भी पर्याप्त सुविधाए और इनका अमेरिका जेसे विकसित देश से तुलना करना ठीक नहीं होगा वेसे भी बिना बातचीत के संसद और विधान सभयो में सांसद और विधायको के वेतन भत्ते हमेसा बढ़ने पर जनता की तीखी प्रतिक्रिया होती आयी है

2 comments:

मनोज कुमार said...

अच्छी जानकारी!

राम त्यागी said...

देश को चूस रहे हैं नेता लोग !!

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