आरएसएस के मुखपत्र "पांचजन्य" के ताजा अंक के संपादकीय में कहा गया है, कि महंगाई, आतंकवाद, नक्सलवाद और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार की कथित जन विरोधी नीतियां कहीं "युवराज" राहुल गांधी की ताजपोशी में बाधा न पैदा कर दें, इसलिए कांग्रेस "हिन्दू आतंकवाद" का भूत खड़ा कर रही है।साथ ही , ""संघ को बदनाम करने के लिए कांग्रेस की ओर से एक सुनियोजित साजिश के तहत हिन्दू आतंकवाद का भूत खडा किया जा रहा है।"" इसमें कहा गया है कि "हिन्दू आतंकवाद" जैसे छद्म शब्द गढ़कर संघ को उससे जो़डना कांग्रेस की ओछी राजनीति के अलावा कुछ और नहीं है। किसी इक्का-दुक्का हिन्दू मंच के आक्रोश को "हिन्दू आतंकवाद" का नाम देना राजनीति ही कही जा सकती है संघ का यह मानना और लिखना किस और इंगित करता है क्या वो अपने आप को आक्रोशित हिन्दू मंच बता रही है या आपने सहयोगी संघठनो को, कुछ भी बोले बात तो एक ही होगी और जब स्वयम उन्होंने इस बात को कबूल किया है की आज-तक पर हुई घटना उसकी प्रतिक्रिया थी , और इससे पहले के प्रकरणों पर भी गोर करे तो प्रत्येक मामलों में rss से जुड़े कर्यकर्तायो के ही नाम सामने आये है और जब मुस्लमान संघठन ऐसा कम करे तो वो भी तो कहा जाता है मुस..........लिम..............आतंकवाद ,
खेर हो सकता ये आरोप लगा कर आपने को हिन्दू सस्कृति से जुड़े रखने का नाकाम कोशिस हो, संपादक जी आप हमेसा हिंदूवादी और गेर राजनितिक संघठन बनते है और आरोप राजनेतिक लगाते है ये केसी बात है , हिन्दू संस्कृति में हिंसा का कोई स्थान नहीं है
संघ ने कहा है कि मालेगांव विस्फोट में साध्वी प्रज्ञा की गिरफ्तारी का मामला हो या फिर अजमेर दरगाह विस्फोट कांड में आरोपी बनाए गए देवेंद्र गुप्ता का, जांच एजेंसियां कोई ठोस आधार स्थापित नहीं कर पाई हैं। पूछताछ के नाम पर उनकी पहचान को मीडिया के माध्यम से सुनियोजित तरीके से दुष्प्रचारित कर संघ को बदनाम करने की कोशिश की गई। था। हो सकता है ये बाते असत्य हो , पर ये नाम जिनपर आरोप लगे वो तो संघ के है -न , इन बातो और घटनाओ से संघ को सबक लेना चाहिए और तत्काल प्रकियाए और वो भी हिंसक,से तो बाज़ आना चाहिए वर्तमान में संघ को अपनी साख किस और जा रही है चिंतन करना चाहिए केसे लोग किस स्वार्थ से जुड रहे है देखना चाहिए !
Sunday, July 18, 2010
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1 comment:
...प्रभावशाली अभिव्यक्ति!!!
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