Monday, October 14, 2013

रोता बिलखता छोड़ गया

आज  एक और नोजवान होनहार की मृत्यु ह्रदय घात से होगई ,इस समय जो भागम - भाग  की जिंदगी होती जा रही है वो कितनी खतरनाक हो रही है इसका थोडा अंदाज लगाये और देश समाज के चिन्तक व्यवस्था बनाने विचार दे हम अपने बच्चों को अच्छी पढाई के लिए बाहर भेज रहे है फिर वे बाहर ही नोकरी  कर रहे है खान पान ,रहन सहन से प्रभावित होता ब्रह्मन्तव पर अभी पिचले दिनों हमने चिंतन किया था .............
आज हमारे साथी भाई धनजय त्रिपाठी के भतीजे २६ वर्षीय पुना में कार्यरत अचिन की आकाल मृत्यु हो गयी ,इस घटना ने हिला कर रख दिया है उनके माता पिता ,डॉ अखिलेश त्रिपाठी,MBBS चिकित्सक ,श्रीमती उषा लता प्रोफेसर है जिनका तराशा हुआ हीरा आज इन्हे रोता बिलखता छोड़ गया

विप्र वार्ता परिवार के साथी संपादक धनजय त्रिपाठी के भतीजे चि अचिन का आकस्मिक निधन पूना में हो गया,अचिन समग्र ब्राह्मण प्रांतीय महासभा के जिला सयोजक डॉ अखिलेश त्रिपाठी के पुत्र है  समता कॉलोनी निवासी अचिन त्रिपाठी का १४ अक्टूबर को पुणे में हृदयाघात से निधन हो गया। वे २६ वर्ष के थे। वे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. मोतीलाल त्रिपाठी के पौत्र, स्वास्थ्य संचालनालय में कार्यरत डॉ. अखिलेश त्रिपाठी, डीएड कॉलेज में कार्यरत उषालता त्रिपाठी के पुत्र एवं अश्विन के छोटे भाई तथा परिवहन आयुक्त कार्यालय में कार्यरत राजेश त्रिपाठी, बीमा अभिकर्ता धनंजय त्रिपाठी एवं पत्रकार संजीत त्रिपाठी के भतीजे थे।
भगवान की मर्जी के सामने हम नत मस्तक है ,ईश्वर अपने चरणों में स्थान दे एवम हम सभी यह अघात सहने की शक्ति प्रदान करे
ॐ शांती .........................

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