संप्रग संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 77 वर्षीय प्रणब मुखर्जी के नाम का प्रस्ताव किया और घटक दलों के नेताओं ने सर्वसम्मति से प्रणब मुखर्जी के नाम पर मुहर लगा दी।सोनिया ने कहा कि मुखर्जी का पांच दशक का सार्वजनिक जीवन का प्रतिष्ठित रिकॉर्ड रहा है। उनकी उम्मीदवारी को लेकर व्यापक सहमति है। संप्रग ने सभी राजनीतिक दलों और सभी सांसदों एवं विधायकों से अपील करते हुए कहा कि वे मुखर्जी की राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी का समर्थन करें।
राष्ट्रपति पद के लिए प्रणब मुखर्जी कांग्रेस और यूपीए के नाम पर मुहर पर समाजवादी पार्टी नेता रामगोपाल यादव ने अपनी सहमति जता दी, बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने भी प्रणब मुखर्जी के नाम पर मुहर लगा दी।माकपा ने मुखर्जी को बधाई दे दी है
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखने वाले प्रणब मुखर्जी राजनीति और सत्ता के गलियारों के पुराने मुसाफिर रहे हैं। 1969 से अधिकतर समय राज्यसभा में बिताने वाले मुखर्जी पहली बार 2004 और 2009 में मुर्शीदाबाद जिले की जांगीपुर सीट से लोकसभा के लिए चुने गए। बतौर विदेश मंत्री मुखर्जी ने अमेरिका के साथ असैनिक परमाणु करार संपन्न कराने और उसके साथ संबंधों को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी इंदिरा गांधी की सरकार में 1982 से लेकर 1984 तक वित्तमंत्री का कार्यभार संभाल चुके हैं। यूपीए-1 में विदेश मंत्री रहे मुखर्जी ने जनवरी 2009 में वित्तमंत्री का प्रभार संभाला था। मुखर्जी को 1984 में दुनिया के शीर्ष पांच वित्तमंत्रियों की सूची में स्थान दिया गया था ,मुखर्जी ने बतौर अध्यापक और पत्रकार अपने करियर की शुरुआत की थी तथा वे देशेर डाक जैसे प्रकाशनों से भी जुड़े रहे। उन्होंने कई किताबें लिखीं।सरकार चलाने का लंबा तजुर्बा और संविधान की जानकारी। सभी पार्टियां सम्मान करती हैं।
राष्ट्रपति पद के लिए प्रणब मुखर्जी कांग्रेस और यूपीए के नाम पर मुहर पर समाजवादी पार्टी नेता रामगोपाल यादव ने अपनी सहमति जता दी, बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने भी प्रणब मुखर्जी के नाम पर मुहर लगा दी।माकपा ने मुखर्जी को बधाई दे दी है
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखने वाले प्रणब मुखर्जी राजनीति और सत्ता के गलियारों के पुराने मुसाफिर रहे हैं। 1969 से अधिकतर समय राज्यसभा में बिताने वाले मुखर्जी पहली बार 2004 और 2009 में मुर्शीदाबाद जिले की जांगीपुर सीट से लोकसभा के लिए चुने गए। बतौर विदेश मंत्री मुखर्जी ने अमेरिका के साथ असैनिक परमाणु करार संपन्न कराने और उसके साथ संबंधों को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी इंदिरा गांधी की सरकार में 1982 से लेकर 1984 तक वित्तमंत्री का कार्यभार संभाल चुके हैं। यूपीए-1 में विदेश मंत्री रहे मुखर्जी ने जनवरी 2009 में वित्तमंत्री का प्रभार संभाला था। मुखर्जी को 1984 में दुनिया के शीर्ष पांच वित्तमंत्रियों की सूची में स्थान दिया गया था ,मुखर्जी ने बतौर अध्यापक और पत्रकार अपने करियर की शुरुआत की थी तथा वे देशेर डाक जैसे प्रकाशनों से भी जुड़े रहे। उन्होंने कई किताबें लिखीं।सरकार चलाने का लंबा तजुर्बा और संविधान की जानकारी। सभी पार्टियां सम्मान करती हैं।
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