Tuesday, March 30, 2010

निगम बना राजनीती का आखाडा

कल रायपुर नगर निगम का बजट पास करने सामान्य सभा का आयोजन हुआ जनता को उम्मीद थी की कुछ नया माहोल सामने आएगा महिला आराकचन के चलते महिला महापोर के नेतृत्व में शायद पार्षद मर्यादा पूर्ण हरकते करे , नगर के विकास की योजना पर चर्चा करे, कुछ सार्थक सुझाव दे , गुटीय दलीय राजनीती से ऊपर उठे लेकिन ये सब न हो सका राजनीती के लिए सदन और महिलायों की मर्यादायो को बलाए तक में रख जो कुछ भी समाचार पत्रों की मर्यादायो में छप सका वह वहा के माहोल की स्थिति को बयान करने काफी है और शर्म तब बढ जाती जब शाषक को शाषन नियम से चलाने के लिए जिम्मेदार आयुक्त भी आपनी कम उम्र के चलते उस राजनीती के दल दल में फसे नजर आये ! जब बात बजट की हो तो मर्यादायो और गरिमा बनाये रखना दोनों दलों का फर्ज बन जाता है पर्सदो को ऊच्च सदनों से भी सबक लेना चाहिए ! जो कुछ भी नजारा सामने आया वो सब आपने छपने की हरकते मात्र दिखा कुल मिला कर नगर वो भी राजधानी की गरिमा कम हुई

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